Saturday 24 May 2014

डेलमेटियन - एक लोकप्रिय बहुउपयोगी नस्ल

डेलमेटियन - एक लोकप्रिय बहुउपयोगी नस्ल  
डेलमेटियन नस्ल अपने अनूठे धब्बों के लिए जानी जाती है । डेलमेटियन के दो रंग मान्य है पहला सफेद पर काले धब्बे और दूसरा सफेद पर जिगर रंग/भूरे रंग के धब्बे और ये धब्बे 2 इंच से छोटे होने चाहिए । डेलमेटियन नस्ल के पिल्ले आमतौर पर सफेद बाल पर थोडे पिंगमेन्टेड स्पाॅट के साथ पैदा होते हैं वे 2 से 3 सप्ताह की उम्र तक पहुंचने पर उनके धब्बे विकसित होना शुरू हो जाते हैं और 2 से 3 महीने की उम्र में काले या भूरे रंग के स्पाॅट में बदल कर विकसित हो जाते हैं । डेलमेटियन की उत्पत्ति/मूल जन्म स्थान एक रहस्य ही है पर आॅस्ट्रिया के डेलमिया वेनिस के पूर्वी तट पर एक प्रांत में पहली उपस्थिति दर्ज की गई थी । ये अफ्रीका, यूरोप और एशिया मंे भी पाये जाते हैं । सन्  1700 में इंग्लैंड में अस्तित्व में आये । यूगोस्लाविया के पूर्व देश में एड्रियाटिक सागर में भी डेलमेटियन पाये गये थे । ग्रेट ब्रिटेन में डेलमेटियन आमतौर से अमेरिका से आकार में बड़े होते हैं । डेलमेटियन संसार की लोकप्रिय नस्लों में से एक है । 
डेलमेटियन एक बहुमुखी और बहुउपयोगी नस्ल है । ये मध्यम आकार के कम बालों वाले, अच्छे मासल शरीर वाले कुत्ते हैं । नर डेलमेटियन की ऊंचाई 22-24 इंच और मादा की 20-22 इंच होती है और पूर्ण विकसित डेलमेटियन का शारीरिक वजन 25 किलों (40-70 पौंड) होता है । इनका सिर चैड़ा और चपटा दोनों कान के बीच में होता है । गोल, चमकीली आंखें जिनका रंग भूरा या भूरे रंग की छाया में रहता है । इनके कान खड़े न होकर चेहरे के चारों ओर गिर हुए दिखते हैं । लम्बी गर्दन और लंबे पैर तथा सीना काफी गहरा होता है । इनकी पूंछ लम्बी और पतली पूंछ होती है । डेलमेटियन को सूंघने और सुनने की विशेष महारथ हासिल है । वे रंगों को पहचान नहीं पाते हैं पर भूरे रंग के विभिन्न सेडों को पहचान लेते हैं । वे विभिन्न आवाजों एवं चेहरे के हाव भाव से आपस में संवाद करते हैं । वे कानों और पूंछ से और खड़े होने या लेटने की प्रक्रिया से भी संवाद कर लेते हैं । 
स्वभाव एवं विशेषताएं - डेलमेटियन बहुत ही उपयोगी नस्ल जो पहले के दिनों में (सन् 1800 ) गाड़ी खींचने, शिकार करने, सर्कस में करतब दिखाने, गस्ती दल का साथ, अग्नि शामक दल में सहयोग करते रहे है। डेलमेटियन बहुत बुद्धिमान एवं अपने मालिक को खुश करने के लिए उत्साहित रहते हैं, चीजों को अपने तरीके से हासिल करने का प्रयत्न करते हैं । नई बातें एवं चाल जानने के लिए उत्सुक रहते हैं । बहुत बुुद्धिमान होने की वजह से कही गई बात को जल्दी सीख जाते हैं ( कम से कम 15 मिनट में )  । इनमें उच्च ऊर्जा शक्ति होती है तथा आसानी से उत्साहित हो जाते हैं । वे प्राकृतिक रूप से  देखभाल के लिए जाने जाते हैं, परिवार और दोस्तों के प्रति वफादार पर अजनबियों के दुश्मन जैसा व्यवहार करते हैं । डेलमेटियन को विभिन्न अम्यासों जैसे घुड़सवारी, जाॅगिंग, मकावी गेंद के लिए प्रशिक्षित किया जा सकता है । डेलमेटियन बुर्जगांे के साथ बच्चों जैसा व्यवहार करते हैं । डेलमेटियन के लिए नियमित व्यायाम बहुत जरूरी है । हर सप्ताह उसके नाखून कांटे । उसे नियमित ब्रश करवायें । डेलमेटियन बहुत वफादार एवं अच्छे परिवारिक स्वभाव के होते हैं वे घर के अंदर रहना पसंद करते हैं अगर आपने  उन्हें बाहर छोड़ा तो वे दुःखी अनुभव करते हैं । 
स्वास्थ्य  - 1. डेलमेटियन के पिल्लों को खरीदने के पहले बहरेपन के लिए जरूर जांच करवायें । बी.ए.ई.आर. / बी. ए. ई. पी. परीक्षण से एक तरफा (एक कान से बहरे) या द्विपक्षीय (दोनों कान से बहरे ) सुनाई का परीक्षण किया जा सकता है ।  डेलमेटियन में लगभग 8 प्रतिशत दोनों कान से एवं 22 प्रतिशत एक कान से बहरे होते हैं जिसका कोई इलाज नहीं है । वैज्ञानिको का मत है की पाईबाल्ड जीन जो सफेद रंग के लिए उत्तरदायी है और इसका  बहरेपन से गहरा संबध है । बहरे माता पिता को प्रजनन लाइन से हटा देना चािहए ताकि हमें स्वस्थ्य पिल्ले मिल सके । 2. डेलमेटियन के मूत्राशय में पथरी समस्या प्रवृति पायी जाती है । 3. डेलमेटियन में मिर्गी विकार, हिप डिस्पलेसिया और थायराइड होने की सम्भावना बनी रहती है । 4. स्किन एलर्जी - डेलमेटियन त्वचा की एलर्जी  से पीड़ित हो सकते हैं । तीन कारणों में पहला खाद्य पदार्थ आधारित, दूसरा हवाई एलर्जी जैसे पराग, धूल और फफूंदी और तीसरा दवा एलर्जी रसायनों से होती है ।
आहार - डेलमेटियन मांसाहारी होते हैं । संतुलित आहार जिसमें 20-24 प्रोटीन की उपलब्धता पर उसमें प्यूरीन की समस्या पैदा न हो ऐसे खादय पदार्थो का समावेश हो । उसे दिन में दो बार खिलाया जाना चाहिए एवं पानी भी जरूर दें । चावल और सब्जियों के साथ पनीर देना उचित होगा । 
प्रजनन - डेलमेटियन मादा साल में 2 बार प्रजनन के लिए तैयार होती है । ऋतुकाल 21 दिन का होता है । गर्भावस्था की अवधि लगभग 2 महीने के आसपास ( 60-64 दिन ) होती है । जन्म देने की प्रक्रिया को ‘‘ व्हेलपिंग ’’ कहते हैं । जन्म के समय पिल्ले अंधे एवं बहरे होते हैं । पिल्लों की आंखें 10 दिन के बाद खुलती है । वे 3 सप्ताह के बाद ही सुनना शुरू करते हैं । पिल्ले 2 साल में वयस्क हो जाते हैं । डेलमेटियन मादा को 8 से 15 पिल्लों को जन्म देती है । 
डेलमेटियन खरीदते समय की सावधानियां - 1. सबसे पहले सुनिश्चित करें की उसमें डेलमेटियन नस्ल के सभी लक्षण मौजूद हैं । 2. स्थानीय केनल क्लब की अच्छी तरह से जांच कर लें । 3. डेलमेटियन में बहरेपन और मूत्रालय पत्थर रोग न होने का इतिहास जरूर पूंछ लें । पशु चिकित्सक / प्रजनको को पिल्लों एवं उनके माता पिता का बहरेपन पर परीक्षण करवाना चाहिए । 4. डेलमेटियन पिल्ला हमेशा जब भी खरीदें जिम्मेदार से ही खरीदें । 5. जैसे ही आप डेलमेटियन खरीदें तुरन्त पशु चिकित्सक डाक्टर से सम्पूर्ण परीक्षण करवायें । 5. प्रजनक / ब्रीडर की सलाह से ही डेलमेटियन को स्वीकार्य ब्रांड का फीड खिलायें । 6. अपने डेलमेटियन की पहचान के लिए टैटू या माइक्रोचिप जरूर लगवायें । 7. डेलमेटियन खरीदते समय वंशावली कम से कम 4 पीढ़ी की जांच , गुणवत्ता, स्वस्थ्य एवं स्वभाव के लिए । जीवनकाल - डेलमेटियन का जीवन 13-16 वर्ष होता है । मान्यता - ग्रेट ब्रिटेन केनल क्लब, नेशनल केनल क्लब, महाद्वीपीय केनल क्लब, अमेरिकी केनल क्लब आदि ।






No comments:

Post a Comment