Tuesday 27 May 2014

गुलाब - फूलों का राजा (कोमलता एवं सौन्दर्यता का प्रतीक)

गुलाब - फूलों का राजा (कोमलता एवं सौन्दर्यता का प्रतीक)
गुलाब एक बहुवर्षीय झाड़ीदार, कटीला, पुष्पीय पौधा है । गुलाब का फूल कोमलता और सुन्दरता के लिये प्रसिद्ध है । गुलाब को फूलों का राजा कहते हैं । रंग, सौन्दर्य और खुशबू मिलकर इसे बेजोड़ बनाते हैं । गुलाब तीनों मापदंडों सुन्दरता, सुगंध और सजावट खरा उतरता है । गुलाब की खेती व्यावसायिक स्तर पर करके काफी लाभ कमाया जा सकता है । गुलाब को विश्व भर में पसंद किया जाता है । गुलाब में जितने रंगों के फूल देखने को मिलते हैं उतने शायद किसी दूसरे फूल में नहीं । गुलाब को भारत में हर जगह उगाया जाता है । बाग बगीचों, खेतों, पार्कों, सरकारी व निजी इमारतों के अहातों में, यहां तक कि घरों के ग्रह वाटिकाओं की क्यारियों और गमलों में । फूलों का राजा गुलाब खुशबू एवं रंगों की विभिन्नताओं से देश धर्म जाति सभी से ऊपर सब का मन मोह लेता है । गुलाब के फूलों से गुलाब जल, गुलाब तेल, गुलकंद और गुलाब इत्र बनाया जाता है । गुलाब बहुउपयोगी है क्योंकि इसके विभिन्न रूप तेल, सूखे पाउडर, उबटन आदि रूप में इस्तेमाल किया जाता है ।
गुलाब के औषधीय गुण - यह अस्थमा, हाई ब्लड प्रेशर, ब्रोंकाइटिस, डायरिया, कफ, फीवर, हाजमे की गड़बड़ी के सेवन बेहत फायदा देता है । गुलाब के फूलों का रस रक्तशोषक होता है । गुलाब का शर्बत मस्तिष्क को बल व शीतलता देता है । गुलाब जल का उपयोग नेत्र विकारों में किया जाता है । गुलाब के अर्क में सफेद चंदन व कपूर पीसकर माथे पर लेप करने से सिरदर्द दूर होता है । गुलाब की पत्तियों के रस कर्णशूल में आराम पहुंचाता है । नींद न आने एवं मानसिक थकावट होने पर सोते समय सिरहाने के पास गुलाब के फूल रख कर सोने से आराम मिलता है । 
गुलकंद -  गुलकंद के कई औषधीय गुणों से भरा होता है । गुलकंद में एंटीआॅक्सीडेंटस होने से यह शरीर की प्रतिराधक क्षमता बढ़ाता है और थकान दूर करता है । सुबह शाम एक एक चममच गुलकंद खाने से मसूढ़ों में सूजन और खून आने की समस्या का समाधान हो जाता है । पेट के रोग जैसे अल्सर और कब्ज में गुलकंद खाने से राहत मिलती है । गुलकंद पाचन क्षमता बढ़ाता है और रक्तशोधन में सहायक कहा गया है । गुलकंद में विटामिन बी, सी और ई की भरपूर मात्रा पाई जाती है । गर्मी के दिनों में गुलकंद स्फूर्ति देने वाला एक शीतल टाॅनिक है जो शरीर को ठंडक पहुंचता है और डीइाइड्रेशन से बचाता है साथ ही तरोताजा रखता है । महिलाओं में गुलकंद को सेवन मासिक धर्म के नियमन में मदद करता है । इसके सेवन से शरीर में आॅक्सीटाॅसिन हारमोन का स्त्राव बढ़ता है ।  इससे पित्त एवं कफ से राहत मिलती है । गुलकंद शरीर के तापमान को नियंत्रित करता है । 
गुलाब जल - गुलाब की पंखुड़ियों से निकाला गया द्रव है । इसका उपयोग भोजन में लेवर देने, सौन्दर्य प्रसाधनों एवं दवाओं के निर्माण एवं धार्मिक कार्यो में किया जाता है । गुलाब जल त्वचा में  खुशबू और खूबसूरती के लिए लाभदायक होता है । ढीली त्वचा पर गुलाब जल टोनर का काम करता है इसके लगाने से त्वचा में कसाव आता है । गुलाब जल को कच्चे दूध में मिला कर चेहरे, गर्दन और हाथों बाहों पर लगाने से त्वचा साफ होती है चेहरा में चमक आती है । गुलाब जल का नियमित उपयोग सूखी त्वचा को कोमल बनाता है । चेहरे पर काले धब्बे दूर करने के लिए गुलाब जल के साथ खीरे का रस मिला कर लगाने से डार्क सर्कल्स देर होते है । चहरे की झुर्रियों पर फेस पेक में गुलाब जल की कुछ बूंदें त्वचा में बदलाव लाती हैं । गुलाब जल पुरानी त्वचा की कोशिकाओं के रख रखाव और नई त्वचा कोशिकाओं के निर्माण में मदद करता है क्योंकि इसमें पी एच बैलेंस बनाये रखनी की क्षमता होती है । चेहरे के ब्लैक हेड्स एवं मुहांसों को मिटाने के लिए गुलाब जल कारगर सिद्ध हुआ है क्योंकि इसमें एंटीसेप्टिक एवं कीटाणुनाश् गुण पाये जाते हैं । गर्मियांे में अपनी त्वचा पर चंदन पाउडर में गुलाब जल मिला कर लगाएं । त्वचा मुलायम होगी और पिंपल्स से भी निजात मिलेगी । एक चममच गुलाब जल में नींबू की कुछ बूंदें मिला कर  लगाने से त्वचा का कालापन कम हो जाएगा । 
गुलाब इत्र - इत्र की महक में इतनी ताकत है कि वह हमें जिन्दादिल, खुशमिजाज और तरोताजा बना देती है । इसका प्रयोग महकने के अलावा दूसरों को रिझाने और स्फूर्ति पाने के लिए भी होता है । बारात में आये मेहमानों की खातिरदारी के लिए इत्र छिड़कने की मशीनें लगी होती हे । त्यौहारों के मौसम में इत्र बहुतायत से उपयोग होता है । देवी-देवताओं की पूजा अर्चना में इत्र का प्रयोग होता है । ख्वाज मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में गुलाब के इत्र की अच्छी खपत है । मध्यप्रदेश के मुरैना में गुलाब से इत्र बनाने का काम शुरू किया गया है इसके लिए रोजा दमास्क नामक गुलाब का उपयोग किया जाता है । गुलाब इत्र 5 लाख प्रति किलो और गुलाब जल 100 रूपये प्रति लीटर के भाव बिकता है ।

 
 







No comments:

Post a Comment